Friday, 28 April 2023

sinhani baithi beech vipin mein

 सिंहनी बैठी   बीच बिपिन में, 
   घेरे  श्वान ,  शिकारी  । 
     लूँ विराम, 
     या युद्ध  करू? 
        नियम   युद्ध  का
 बराबरी है, 
सोचे थी , वो न्यारी। 
       शत्रु विजय ही नियम   
  युद्ध    का किये वार
वो मारे, 
स्वान शिकारी। 
इति।